RAIPUR. छत्तीसगढ़ में दूसरे राज्यों से धोखाधड़ी कर लीज पर लिए गए ट्रकों और चोरी के ट्रकों का फर्जी दस्तावेज तैयार किया जाता है। इसके बाद ट्रक खरीदने बेचने का अंतर्राज्यीय गिरोह चलता है। इस सक्रिय गिरोह का पुलिस ने खुलासा किया है। पुलिस ने इन शातिर गिरोह से करीब 20 चोरी के ट्रक जब्त किए हैं। पुलिस ने गैंग के सरगना बिहार मुजफ्फरपुर समेत रायपुर, दुर्ग और महासमुंद के 6 शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक इस शातिर गैंग ने देश से करीब 285 ट्रक चोरी कर छत्तीसगढ़ में बेचे हैं। जिसका खुलासा हुआ है।
किराए पर लेने के बाद बेचता था ट्रक
पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि गैंग का सरगना बिहार मुजफ्फरनगर निवासी सत्येंद्र सिंह बिहार, यूपी, झारखंड समेत दूसरे कई राज्यों से ट्रक मालिकों से ट्रक को 90 हजार महीने की दर से किराये पर लेता था। कुछ महीने तक भुगतान करने के बाद पैमेंट नहीं देते थे और ट्रक को छत्तीसगढ़ में लाकर उसका हुलिया बदलकर बेच देता था।
5 करोड़ 20 लाख रुपए के ट्रक जब्त
एसएसपी रायपुर ने खुलासा करते हुए बताया कि शातिर गैंग के पास से अबतक करीब 5 करोड़ 20 लाख रूपये कीमत के ट्रकों को जब्त किया है। साथ ही इस गैंग के फरार आरोपियों की तलाश में पुलिस की कई टीमें दूसरे राज्यो में कैंप की हुई हैं। इस मामले में कई और आरोपियों को गिरफ्तार करने और कई ट्रक जब्त होने की आशंका जताई है।
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चेचिस नंबर बदल कर बेच देते थे
पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू की तो खुलासा हुआ कि चोरी और लीज की इन ट्रकों के चेचिस नंबर को बदलने के लिए एक्सपर्ट लोगों की मदद ली जाती थी। ट्रक के बाहरी हुलिये को भी पूरी तरह बदल दिया जाता था। कई ट्रकों को नागालैंड, अरुणाचल, बिहार और UP के आरटीओ एजेंट की मदद से फर्जी पेपर बनाकर भी बेचा गया। पुलिस ने इस पूरे मामले में कई टीमें बनाकर दूसरे राज्यों में भी भेजी, जिसमें आरोपी मास्टरमाइंड सत्येंद्र सिंह(42) राजेश यदु(40) को भी पकड़ा गया। आरोपियों के बताए अनुसार अबतक 20 ट्रकों को जब्त किया गया है। जिसकी कीमत 5 करोड़ 20 लाख से भी अधिक है। इस मामले में एक अन्य प्रमुख आरोपी नागेंद्र सिन्हा फरार है।